पलवल जिला प्रशासन उद्योगों की समस्याओं के निवारण को लेकर गंभीर

Palwal District Administration is Serious

Palwal District Administration is Serious

जिला उपायुक्त की अध्यक्षता में आज होगी बैठक

पलवल। दयाराम वशिष्ठ: Palwal District Administration is Serious: पलवल जिला प्रशासन उद्योगों की समस्याओं के प्रति बेहद गंभीर है। इसे लेकर शुक्रवार को जिला उपायुक्त हरीश वशिष्ठ की अध्यक्षता में पलवल में एक बैठक आयोजित की जाएगी। जिसमें पुलिस अधीक्षक, एसडीएम, सीईओ जिला परिषद के अलावा बिजली निगम, पंचायत व पीडब्ल्यूडी समेत तमाम संबंधित विभागों के आला अधिकारी मौजूद रहेंगे।

बैठक में पलवल इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के पदाधिकारी उद्योगों के समक्ष आ रही समस्याओं को अधिकारियों के समक्ष रखेंगे, ताकि उनका निवारण हो सके। इस बैठक में जहां चरमराई बिजली आपूर्ति का मुख्य मुद्दा रहेगा, वहीं औद्योगिक इलाके में बढते अपराधों को भी पुलिस के आला अधिकारियों के संज्ञान में लाया जाएगा, ताकि इस बैठक में एक एक समस्या का समाधान हो सके। पिछले दिनों पलवल इंडस्ट्रीज एसोसएिशन ने बघौला बिजली घर का निरीक्षण करके बिजली संबंधित खामियों का खुलासा किया था। इसके बाद हरकत में आए बिजली निगम अधिकारियों ने बडी क्षमता का ट्रांसफार्मर लगाने का काम पूरा कर लिया, हालांकि एसोसिएशन के पदाधिकारियों का कहना है कि पहले से लगे ट्रांसफार्मरों के साथ इनकमर सर्किट ब्रेकर कम क्षमता के लगे हुए हैं, जिन्हें तुरंत बदलने की जरूरत है। यह मुद्दा भी जिला उपायुक्त के समक्ष उठाया जा सकता है। इसी तरह पिछले दिनों जापान की कम्पनी के एचआर हेड के साथ मारपीट की घटना को भी अधिकारियों समक्ष उठाया जा सकता है, हालांकि पुलिस ने कडी मसक्कत के बाद इस मामले में आरोपियों को दबोच लिया है।

शुक्रवार को जिला उपायुक्त हरीश वशिष्ठ की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक में उद्योगों के सामने आ रही जलभराव, कनेक्टविटी व टूटी सडकों जैसी समस्याओं पर चर्चा की जाएगी। यह बैठक स्थानीय उद्योगों के लिए एक उम्मीद की किरण बनकर उभरी है, क्योंकि क्षेत्रीय उद्योगों को न केवल आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान देने की आवश्यकता है, बल्कि उनकी समस्याओं का समाधान भी जरूरी है।

बैठक में संबंधित विभागों के अधिकारियों को आमंत्रित किया गया है, जो उद्योगों की समस्याओं के समाधान के लिए ठोस कदम उठाने की दिशा में कार्य करेंगे। उपायुक्त हरीश वशिष्ठ ने इस बैठक की आवश्यकता को रेखांकित करते हुए कहा, "हम जानते हैं कि उद्योग हमारे जिले की आर्थिक रीढ़ हैं। यदि हम उनकी समस्याओं का समय पर निवारण नहीं करेंगे, तो इसका नकारात्मक प्रभाव हमारे समग्र विकास पर पड़ेगा।"

स्थानीय उद्योगपतियों के अनुसार, बिजली की दिक्कतें और जलभराव कई बार उत्पादन प्रक्रिया में रुकावट डालते हैं।पीआईए के वरिष्ठ उपप्रधान राजीव मेहरा ने कहा, "हमारी शिकायतों का निवारण होना बेहद आवश्यक है। अगर बिजली की कटौती और जलभराव जैसी समस्याओं का समाधान नहीं किया गया, तो हमारे उद्योगों की प्रतिस्पर्धा क्षमता घट जाएगी।"पिछले कुछ महीनों में क्षेत्र में अपराधों की बढ़ती घटनाओं ने उद्योगों को चिंतित कर दिया है। यही कारण है कि सुरक्षा को बढ़ाने के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता महसूस की जा रही है। इस बैठक का उद्देश्य केवल समस्याओं की पहचान करना नहीं है, बल्कि उनके समाधान के लिए व्यावहारिक कदम उठाना भी है।